Follow us:

We the Change Makers..


...

Neha

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

मैं अपने परिवार की पहली सदस्य हूँ जिसने तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने की सोची। बेटियों के प्रति सोच मे आज भी लोग बहुत गरीब हैं। मैंने बाधायें तोड़ी और अपने परिवार की सोच को बदला।

...

Komal

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

गरीबी और अभाव के कारण, वर्ग 6 के बाद मेरी पढ़ाई रोक दी गई थी। बालिका पंचायत की सदस्यों ने मुझे भूमिका विहार से मिलवाया और मुझे पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता प्रदान किया जाने लगा। आज मैं 12वी की पढ़ाई कर रही हूँ। .

...

Gunja

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomikaoice from Field, A Young Partner of Bhoomika

एक छोटे से टोले से निकलकर उच्य शिक्षा की पढ़ाई के लिए शहर को जाना इतना सहज नहीं। लेकिन मैंने लोगों की नहीं अपनी पढ़ाई को जारी रखने की परवाह की तभी तो स्नातक तक पहुँच पाई हूँ।.


...

Aasha

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

16 साल की थी जब जबरन विवाह के लिए मेरे परिवार को झांसा दिया गया था। हिम्मत दिखाई तभी अपने परिवार की पहली सदस्य बन पाई जिसने स्नातक तक की पढ़ाई को जारी रखा है।

...

Fulmani Kumari

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

हमारे समाज में लड़कियों को स्कूल नहीं बल्कि मजदूरी करने के लिए भेजा जाता है। मैं पढ़ना चाहती थी लेकिन पिता के देहांत के बाद, बोझ समझकर मेरा विवाह तय कर दिया गया। मित्र मंडली से जुड़कर आज 12वी तक की पढ़ाई का सफर जारी रखा है। आगे भी पढ़ना चाहती हूँ ताकि मेरे समाज की दूसरी लड़कियों को आगे ले जा सकूँ।

...

...

Voice of Woman Survival.

अपने ही रिस्तेदारों ने पैसे के लोभ मे मुझे झूठी और जबरन विवाह का शिकार बना दिया था। बेच दिया गया था मुझे अनजान हाथों मे। सम्मान प.ूर्वक जीवन को दुबारा आरंभ करने की हिम्मत देने के लिए भूमिका को धन्यवाद। अब मेरा खुद का व्यवसाय है। कमाती हूँ और पैसे की भी बचत करती हूँ। बच्चो को पढ़ाती भी हूँ ।


...

Chandani

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

हालात से खेतिहर मजदूर थी मैं, पर हिम्मत से नहीं। स्नातक तक की पढ़ाई को जारी रखना मेरे जैसी लड़कियों के लिए आसान नहीं है। मेरे इस संघर्ष में साथ देने के लिए भूमिका को धन्यवाद।

...

Jivichi Kumari

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

हंसुवा छोड़कर हाथों में किताब पकड़ना आसान नहीं। घास काटने जाती थी, आज स्कूल जाती हूँ। मैं अपने परिवार की पहली सदस्य हूँ जिसने मजदूरी की मजबूरी को छोड़कर पढ़ने का राह चुना है। उम्मीद है की आप मेरे सपनों की उड़ान को एक आवाज और आगाज निश्चित देंगे।

...

Manisha Kumari

Voice from Field, A Young Partner of Bhoomika

जबरन विवाह तय कर दिया था जब मैं मात्र 16 साल की थी। हमारे समाज मे लड़की जैसे ही 12 साल की हो जाती है उसको शादी करवाने के लिए लोग लग जाते है। मुझे पढ़ना है, और मेरा साथ भूमिका के लोगों ने दिया। आज 12वी तक की पढ़ाई कर पा रही हूँ। गाँव के लोग अक्सर मुझे गंदी नज़रों से देखते है क्यूंकी मैंने जबरन विवाह को ना कहा। मैं हार नहीं मानूँगी- पढ़ाई पूरी करूंगी जरूर।